क्या आप भी भारतीय वायुसेना के ऑफिसर की रैंक को लेकर कंफ्यूज रहते हैं? अगर हां तो आज हम आपको बताते हैं कि वायुसेना में रैंक किस तरह होती है और किसका पद किस पद से ज्यादा सीनियर होता है…

भारत की वायुसेना हवा में देश की सुरक्षा में तैनात है और देश में आने वाली मुश्किल को डटकर सामना करती है. भारतीय वायुसेना में भी थलसेना के मेजर, कर्नल पदों की तरह कई तरह की रैंक होती है और हर रैंक के हिसाब से काम बंटा होता है. अगर आप भी इन रैंक को लेकर कंफ्यूजन में रहते हैं तो आज हम आसानी से बताते हैं कि वायुसेना में सीनियर जूनियर पद कौनसा है. ऐसे में आप आसानी से वायुसेना की रैंक के बारे में समझ सकते हैं.
भारत की वायुसेना हवा में देश की सुरक्षा में तैनात है और देश में आने वाली मुश्किल को डटकर सामना करती है. भारतीय वायुसेना में भी थलसेना के मेजर, कर्नल पदों की तरह कई तरह की रैंक होती है और हर रैंक के हिसाब से काम बंटा होता है. अगर आप भी इन रैंक को लेकर कंफ्यूजन में रहते हैं तो आज हम आसानी से बताते हैं कि वायुसेना में सीनियर जूनियर पद कौनसा है. ऐसे में आप आसानी से वायुसेना की रैंक के बारे में समझ सकते हैं.
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भारतीय वायुसेना में चार लेवल होते हैं और इन चार लेवल में वायुसेना के अधिकारी होते हैं. पहला लेवल है जूनियर लेवल, दूसरा लेवल है एग्जीक्यूटिव और फिर डायरेक्टर और चीफ लेवल आता है. इन चार लेवल में अलग अलग पोस्ट होती है और इनमें हर वर्ग के हिसाब से लेवल पोस्ट होती है.

भारतीय वायुसेना में चार लेवल होते हैं और इन चार लेवल में वायुसेना के अधिकारी होते हैं. पहला लेवल है जूनियर लेवल, दूसरा लेवल है एग्जीक्यूटिव और फिर डायरेक्टर और चीफ लेवल आता है. इन चार लेवल में अलग अलग पोस्ट होती है और इनमें हर वर्ग के हिसाब से लेवल पोस्ट होती है.
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जूनियर लेवल में दो रैंक होती हैं, जिनमें फ्लाइंग ऑफिसर और फ्लाइट लेफिनेंट शामिल हैं. वायु सेना में एंट्री लेवल पर जूनियर ऑफिसर होते हैं और उसके बाद फ्लाइट लेफ्टिनेंट.

जूनियर लेवल में दो रैंक होती हैं, जिनमें फ्लाइंग ऑफिसर और फ्लाइट लेफिनेंट शामिल हैं. वायु सेना में एंट्री लेवल पर जूनियर ऑफिसर होते हैं और उसके बाद फ्लाइट लेफ्टिनेंट.
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इसके बाद आता है एग्जीक्यूटिव लेवल. एग्जीक्यूटिव लेवल में सबसे पहले नंबर आता है स्क्वार्डन लीडर का. इसके बाद विंग कमांडर होते हैं और उसके बाद ग्रुप कैप्टन होते हैं.

इसके बाद आता है एग्जीक्यूटिव लेवल. एग्जीक्यूटिव लेवल में सबसे पहले नंबर आता है स्क्वार्डन लीडर का. इसके बाद विंग कमांडर होते हैं और उसके बाद ग्रुप कैप्टन होते हैं.
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इसके बाद आता है डायरेक्टर लेवल. इस लेवल में सबसे पहले एयर कमांडर, एयर चीफ मार्शल और एयर मार्शल का पद आता है.

इसके बाद आता है डायरेक्टर लेवल. इस लेवल में सबसे पहले एयर कमांडर, एयर चीफ मार्शल और एयर मार्शल का पद आता है.
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इसके बाद होता है चीफ लेवल. इसमें एक ही रैंक होती है और वो है एयर चीफ मार्शल, जो एक तरह से वायुसेना के हैड होते हैं.

इसके बाद होता है चीफ लेवल. इसमें एक ही रैंक होती है और वो है एयर चीफ मार्शल, जो एक तरह से वायुसेना के हैड होते हैं.