Himachal Politics: ज्वालामुखी में सियासी ज्वाला भाजपा के अंदर एक बार फिर से जल उठी है. अब योजना बोर्ड उपाध्यक्ष रमेश ध्वाला के गढ़ ज्वालामुखी से ओबीसी आयोग के चैयरमैन रामलोक धनोटिया का सोमवार को आयोजित सियासी भोज में धनोटिया संगठन मंत्री पवन राणा को इस कार्यक्रम में शामिल करने में कामयाब रहे.
कांगड़ा. हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा जिले के ज्वालामुखी में सियासी धाम का आयोजन हुआ. दूल्हा बने रामलोक धनोटिया, लेकिन मिलनी नहीं हुई. भाजपा विधायक रमेश धवाला ने कार्यक्रम से दूरी बनाए रखी. धवाला अध्वानी में ही भाजपा के कार्यक्रम में थे, लेकिन धनोटिया की धाम को तड़का पवन राणा ने लगाया. मंडल भाजपा ने भी धनोटिया की सियासी धाम से दूरी बनाए रखी. मंडल भाजपा सहित राज्य योजना बोर्ड के उपाध्यक्ष रमेश धवाला ने कार्यक्रम से दूरी बनाए रखी. कांग्रेस से भाजपा में आए रामलोक धनोटिया की ताजपोशी से संगठन मंत्री पवन राणा गुट गदगद है तो वहीं नाराज चल रही ज्वालामुखी भाजपा हर मोर्चे पर अपनी नाराजगी जाहिर कर चुकी है.
ज्वालामुखी में सियासी ज्वाला भाजपा के अंदर एक बार फिर से जल उठी है. अब योजना बोर्ड उपाध्यक्ष रमेश ध्वाला के गढ़ ज्वालामुखी से ओबीसी आयोग के चैयरमैन रामलोक धनोटिया का सोमवार को आयोजित सियासी भोज में धनोटिया संगठन मंत्री पवन राणा को इस कार्यक्रम में शामिल करने में कामयाब रहे. वहीं रमेश ध्वाला ने विस के अधवानी क्षेत्र में भाजपा मंडल पदाधिकारियों संग वहां पर बूथ पालकों का कार्यक्रम आयोजित किया और धनोटिया के कार्यक्रम से दूरी बना ली. ज्वालामुखी भाजपा में लगी इस चिंगारी से सियासी युद्ध शांत होने की संभावना कम नजर आ रही है. सियासी लपटों से खुद भाजपा के ही झुलसने के आसार बने हुए हैं.
धवाला को रास नहीं आ रहे धनोटिया
जानकार मानते हैं कि ज्वालामुखी क्षेत्र से ध्वाला ओबीसी नेता के रुप में पूरे प्रदेश में अपनी छाप छोड चुके हैं ऐसे में उनके अपने सियासी हल्के से एक और ओबीसी चेहरा राम लोक धनोटिया जो कि ओबीसी आयोग से पवन राणा के आर्शीवाद से चैयरमैन बनने के बाद ध्वाला को रास नहीं आ रहा है. शायद यही वजह है कि ध्वाला संगठन की नियुक्तियों पर सवाल उठाते रहे हैं कि पूर्व में कांग्रेसी पृष्ठभूमि से रामलोक धनोटिया को संगठन ने तव्वजो दी, जबकि उनकी सहमति संगठन नहीं ले रहा है और अपनी मनमानी कर रहा है और उन्हें, उन्ही के क्षेत्र में कमजोर करने की कोशिश संगठन बार-बार कर रहा है. इसकी शिकायत भी ध्वाला कई बार प्रदेश स्तर पर दर्ज करवाते रहे हैं. वहीं, ओबीसी आयोग के चैयरमैन रामलोक धनोटिया ने भी सियासी भोज के जरिए अपनी ताकत ज्वालामुखी क्षेत्र में दिखाने का पूरा प्रयास किया, लेकिन ध्वाला के बिना फीका ही दिखा. ज्वालामुखी में हुए धनोटिया के कार्यक्रम में ओबीसी कॉर्पोरेशन के उपाध्यक्ष ओ.पी चौधरी, वीरेन्द्र चौधरी, श्रेष्ठा चौधरी, श्याम दुलारी, पूर्व जिला परिषद बिजेन्द्र धीमान, सांस्कृतिक प्रकोष्ठ संयोजक करनैल राणा भी इस कार्यक्रम में पहुंचे.
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