JAC Board Syllabus 2021-22 : पहली से 12वीं कक्षा के पाठ्यक्रम में 25 फ़ीसदी कटौती के प्रस्ताव पर सहमति बना ली गई है। झारखंड शिक्षा परियोजना परिषद की राज्य परियोजना निदेशक किरण कुमारी पासी की अध्यक्षता में आयोजित बैठक में शनिवार को इस पर मुहर लगाई गई। इसमें सभी विषयों से 25-25 फ़ीसदी पाठ्यक्रम में कटौती की सहमति दी गई। साथ ही अंग्रेजी समेत वैसे विषय जिसमें कठिन अध्याय हैं और उसे नहीं पढ़ने से नुकसान नहीं है तो उन्हें भी संशोधित सिलेबस से हटाने को कहा गया है। वहीं, बैठक में नौवीं से 12वीं की छमाही और वार्षिक परीक्षा झारखंड एकेडमिक काउंसिल की ओर से लेने पर भी मुहर लगाई गई। इसके अलावा, पहली से आठवीं तक की छमाही परीक्षाएं झारखंड शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद द्वारा लेने और आठवीं की वार्षिक परीक्षा जैक द्वारा लेने को भी मंजूरी दी गई। प्रस्ताव को अंतिम अनुमोदन के लिए स्कूली शिक्षा और साक्षरता विभाग के सचिव राजेश शर्मा के पास भेजा गया है। उनकी ओर से सहमति मिलने के बाद संशोधित सिलेबस छात्र छात्राओं के लिए जारी कर दिया जाएगा।

कोरोना महामारी की वजह से 2020 में भी स्कूलों का संचालन प्रभावित हुआ था। 10वीं और 12वीं की कक्षाएं 21 दिसंबर से शुरू की गई थी। इसकी वजह से पिछले वर्ष सिलेबस में 40 फ़ीसदी की कटौती की गई थी। इस साल 6 अगस्त से हाई और प्लस 2 स्कूलों में ऑफलाइन कक्षा शुरू कर दी गई हैं। इस वजह से 25 फ़ीसदी सिलेबस में कटौती की जा रही है। सितंबर से संशोधित सिलेबस के आधार पर स्कूलों में पठन-पाठन होगा। साथ ही, ऑनलाइन पढ़ाई और डिजिटल कंटेंट भी इसी आधार पर छात्र-छात्राओं को उपलब्ध कराए जाएंगे। बैठक में शिक्षा विभाग के संयुक्त सचिव संदीप कुमार, दक्षिणी छोटानागपुर के क्षेत्रीय शिक्षा उपनिदेशक अरविंद विलुंग, जैक के सचिव महीप कुमार सिंह माध्यमिक और शिक्षा निदेशालय के उपसचिव, जेईपीसी और जेसीईआरटी के पदाधिकारी मौजूद थे।
ऑब्जेक्टिव और सब्जेक्टिव होंगी परीक्षाएं
जैक की ओर से नौवीं से 12वीं की होने वाली परीक्षाएं ऑब्जेक्टिव व सबजेक्टिव दोनों तरह की होंगी। छमाही परीक्षाएं पूरी तरह से ऑब्जेक्टिव हों या दोनों तरह की हों इस पर अंतिम रूप से फैसला शिक्षा सचिव को लेना है। 10वीं और 12वीं की नवंबर और मार्च में होने वाली परीक्षा में ऑब्जेक्टिव के साथ-साथ सब्जेक्टिव सवाल रहेंगे। वहीं, नौवीं और 11वीं की छमाही परीक्षा में प्रश्न वस्तुनिष्ठ के साथ-साथ लघु-दीर्घ उत्तरीय होंगे, जबकि वार्षिक परीक्षा में ऑब्जेक्टिव सवाल पूछे जाएंगे। वहीं, पहली से आठवीं की दोनों परीक्षाओं में ऑब्जेक्टिव प्रश्न ही पूछे जाएंगे। इन परीक्षाओं से अलग प्रत्येक महीने पहले सप्ताह में हर क्लास के छात्र छात्राओं का एसेसमेंट होगा। छात्र-छात्राओं को स्कूल से प्रश्नपत्र मिलेंगे, जिसे वे घर से लिखकर एक सप्ताह में जमा कर सकेंगे। पहली से 12वीं के छात्र छात्राओं का मंथली एसेसमेंट और छमाही परीक्षाओं के अंक स्कूलों में सुरक्षित रखे जाएंगे। अगर इस वर्ष की तरह कोरोना की वजह से वार्षिक परीक्षाएं प्रभावित होती हैं तो इनके आधार पर रिजल्ट तैयार हो सकेगा।