उत्तर प्रदेश अधीनस्थ सेवा चयन आयोग ने पीईटी की दोनों पालियों में शामिल होने वाले उम्मीदवारों के लिए अलग-अलग मास्टर आन्सर जारी की है। साथ ही एग्जाम में पूछे गए प्रश्नों को लेकर किसी तरह का उम्मीदवारों का यदि कोई दावा है तो उन्हें 7 सितंबर तक ऑब्जेक्शन दर्ज कराने का भी मौका दिया है।

उत्तर प्रदेश सबऑर्डिनेट सर्विस सेलेक्शन कमीशन ने 24 अगस्त को होने वाली पीईटी में करीबन 20 लाख से अधिक संख्या में उपस्थित होने वाले उम्मीदवारों का नकलविहीन एग्जाम पूरा कर लिया है। आयोग ने परीक्षा के 24 घंटे बाद ही एग्जाम की दोनों पालियों के सभी सेट के प्रश्नपत्र वेबसाइट में अपलोड भी कर दिए थे जिन्हें कोई भी अभ्यर्थी वेबसाइट पर जाकर डाउनलोड कर अपने परीक्षा परिणाम का अंदाजा आसानी से लगा सकते हैं। यूपीएसएसएस ने परीक्षार्थियों को रिजल्ट के पहले एकमौका दिया है। इसके अनुसार यदि उम्मीदवार को अपने एग्जाम में पूछे गए सवालों को लेकर किसी तरह का कोई संशय है उस स्थिति में अभ्यर्थी आयोग की वेबसाइट पर जाकर अपना ऑबजेक्शन लगा सकते हैं। आज हमआपको इस आर्टिकल में ऑबजेक्शन होने पर किस  तरह से परीक्षार्थी अपना दावा लगा सकते हैं इसकी विस्तार से पूरी जानकारी साझा करने जा रहे हैं।

क्या है मास्टर आन्सर की और कब तक कर सकते हैं ऑब्जेक्शन

यूपी सबऑर्डिनेट सर्विस सेलेक्शन कमीशन ने बीते 31 अगस्त को आधिकारिक तौर पर सूचना जारी की थी। इस ऑफिशियल जानकारी के अनुसार दोनों पालियो में शामिल होने वाले यदि किसी भी उम्मीदवार को कोई आपत्ति है तो ऐसी स्थिति में अभ्यर्थी 7 सितंबर तक अपना ऑबजेक्शन आयोग की आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर दर्ज कर सकते हैं। साथ ही परीक्षा में पूछे गए प्रश्नों के लिए आयोग ने दो मास्टर की भी जारी की है जिनकी मदद लेकर परीक्षार्थी अपने उत्तर का मिलान कर सकते हैं।